विशेष : संवेदनाओं में भीगी फिल्म ‘पथेर पांचाली’ के 70 वर्ष

-जयनारायण प्रसाद-

70 years of Pather Panchali : मूवी कैमरे के जरिये भी एक अच्छी कहानी कही जा सकती है. यह बात ऑस्कर विजेता फिल्मकार सत्यजीत रे ने हमें सिखायी थी. उनकी बनायी पहली बांग्ला फिल्म ‘पथेर पांचाली’ (पथ का गीत, द सांग ऑफ द रोड) ने ‌देखते ही देखते राय मोशाय को ‘ग्लोबल’ बना दिया. ‘पथेर पांचाली’ 1955 में बनी थी और वह भी सिर्फ सत्तर हजार रुपये में. इस क्लासिक फिल्म को भले ही बहुत सराहना मिली, पर जब इसका निर्माण शुरू हुआ, तब परिस्थितियां बहुत मुश्किल थीं. वर्ष ‌1952 में फिल्म बननी शुरू हुई और 1955 में बनकर तैयार हुई. यह फिल्म पहली बार कलकत्ता के बसुश्री सिनेमा हॉल में 26 अगस्त, 1955 को रिलीज हुई थी. क्लासिक फिल्म ‘पथेर पांचाली’ को बनाना सत्यजीत रे के लिए एक सपने को साकार करने की लड़ाई थी.


दो मई, 1921 को कलकत्ता के गड़पार रोड मोहल्ले में जन्मे सत्यजीत रे की मृत्यु 23 अप्रैल, 1992 को कलकत्ता के ही बेल व्यू ‌नर्सिंग होम में हुई. तब सत्यजीत रे सत्तर साल के थे और बहुत बीमार थे. राय मोशाय ने कोई 36 फिल्में बनायीं. इनमें ज्यादातर फीचर, कुछ लघु और कुछ डॉक्यूमेंट्री हैं. पर उनकी बनायी पहली क्लासिक फिल्म ‘पथेर पांचाली’ का कोई तोड़ नहीं है. दुनियाभर की ‘वर्ल्ड क्लासिक फिल्मों’........

© Prabhat Khabar