गुवाहाटी देश का पहला नेचर-थीम वाला एयरपोर्ट, जानें क्या है इसकी खासियत |
Guwahati International Airport: करीब 5000 करोड़ रुपये की लागत से तैयार इस परियोजना में रखरखाव, मरम्मत और नवीनीकरण (एमआरओ) सुविधाओं के लिए विशेष रूप से 1000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. इसका उद्देश्य हवाई अड्डे को पूर्वोत्तर के लिए एक प्रमुख विमानन केंद्र एवं दक्षिण पूर्व एशिया के लिए एक प्रमुख प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करना है.
पुराने टर्मिनल से नए टर्मिनल में स्थानांतरण की प्रक्रिया फरवरी में शुरू होने वाली है, शुरुआत में घरेलू उड़ानें नए टर्मिनल से संचालित होंगी. अधिकारियों ने बताया कि यह प्रक्रिया मार्च के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है, जिसके बाद घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों उड़ानें नए टर्मिनल में स्थानांतरित की जाएंगी, जबकि मौजूदा टर्मिनल को ‘कार्गो हब’ (माल और वस्तुओं का केंद्र) में परिवर्तित कर दिया जाएगा.
नया टर्मिनल 1.4 लाख वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला है. जो उन्नत प्रौद्योगिकी, स्थिरता और क्षेत्रीय पहचान का मिश्रण है. भारतीय वास्तुकारों द्वारा डिजाइन किया गया यह टर्मिनल असम की समृद्ध जैव विविधता और सांस्कृतिक विरासत से प्रेरित है और इसे देश का पहला........